Meri biwi ki gand me chudai – hindi story

मैं अरुण आपके लिए अपनी बीवी ज्योति की उसके यार से चुदाई की कहानी लाया था जिसे आप लोगो ने मजे ले कर पढ़ा. मेरी बीवी ज्योति की उम्र 35 साल और फिगिर 38 34 36 है. मुझे मेरी बीवी ज्योति की चुत बासी मिली थी शादी से पहले वो अपने पुराने यार से चुद गयी थी लेकिन गांड एक दम वर्जिन था. आज उसके गांड मराई की कहानी सुनाता हूँ. इससे पहले आपने पढ़ा की कैसे ज्योति ने मुझसे अपने ऑफिस के यार राज को बुलवाया. और उसके लंड को चुसके मज़ा लिया. और बिस्तर पे नंगे लेट गयी और राज ने उसकी चूत को मस्त चोदा. स्वीटी सो रही थी उसी बेड पे ज्योति और राज नंगे एक दुसरे की बाहों में थे. राज ने कहा कितने दिनों से इस दिन का इंतजार कर रहे थे हम. ये कमाल कैसे किया तुमने. ज्योति ने कहा जैसे ही अरुण ने कहा की आज रात वो अपने दोस्त के घर रुकेगा तभी से मैं सोच रही थी की कैसे आपको बुलाया जाए मुझेडर भी लग रह था की अरुण क्या सोचेंगे पर मुझसे रहा नहीं गया. मेरे सब्र का बाँध टूट गया. ज्योति ने आगे कहा की आपको पता है कई रात मैंने जाग कर बिताई आपके नाम पे. राज ने कहा की चूत तो गीली हो जाती होंगी मेरे नाम पे. ज्योति ने कहा जब अरुण मुझे छुते थे तब लगता था की आप छु रहे हो वो जब चुचे दबाता तो लगता की आप दबा रहे हो वो जब लिप्स किस करते तो लगता की आप चूस रहे हो. राज ने कहा छोड़ो पुराणी बात आओ आज नया इतिहास लिखते है और ज्योति की चूची को दबाते हुए उसके लिप्स अपने होटो में लेकर चूसने लगा.

ज्योति बाएं हाथ से राज के लंड को सहलाने लगी. राज ज्योति पे चढ़ के उसके मम्मे दबाने लगा निप्पल चूसने लगा. ज्योति ने हलके धक्के दे कर राज को हटाया और कहा आज की रात मेरे नाम है आज मैं आपको मज़े दूंगी आप निचे आओ . राज पे चढ़ कर ज्योति उसके सीने को जीभ से चाटने लगी. राज के कानो पर जीव फिरने लगी. उसके होटो को मुह में भर कर चूसने लगी. राज भी निचे से अपना कड़कता लंड ज्योति की गांड में गड़ाने लगा. राज ने मज़े लेते हुए कहा की तुम्हे देख कर कोई नहीं कह सकता की तू इतनी सेक्सी हो और इतनी मस्त सेक्स करती हो. मज़ा आगया. ज्योति ने कहा अभी तो शुरुआत है आगे आगे देखो कितना मज़ा देती हूँ. सीने और पेट पे जीभ फिराते हुए ज्योति ने राज के मस्त लंड को मुह में लेकर चूसने लगी. ज्योति ने लंड चूसते हुए कहा की आज तो इस नाग को मैं खा जाउंगी. राज ने कहा की ये नाग तेरा है तुम नाग को खाओ और अपने बिल को मुझे चाटने दो. राज और ज्योति दोनों 69 के पोजीशन में आ गये.

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ज्योति राज का लंड गपा गप चूस रही थी और राज चूत में जीभ डाल के उसके चूत को चाट रहा था दोनों मस्ती के सातवे आसमान पे पहुच गए. साथ ही राज दोनों मम्मे को दबा भी रहा था. अचानाक ज्योति ने सिसकारी भरते हुए कहा की अब बर्दास्त नहीं हो रहा है प्लीज राज अपने साप को मेरे बिल में उतार दो. राज ने ज्योति को निचे उतरा उसे लिप्स किस किया और उसे लिटा के उसके जांघो के बीच आगया और अपने कड़क लंड के सुपारे से ज्योति की चूत रगड़ने लगा. ज्योति ने कहा आह आह बहुत गर्म है तेरा नाग अब इस लंड को चूत में डाल दो अब और रहा नहीं जाता. राज ने निचे झुक के ज्योति के निप्पल मुह में लिया और फिर ज्योति के कान में फूस फुसाया मेरी जान चुदने के लिए हो जाओ तैयार. मेरा काला नाग तेरी चूत के बिल में घुसने जा रहा है. ज्योति ने कहा की चूत भी तैयार है नाग भी तैयार है तो फिर देरी किस बात की.

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राज ने ज्योति के दोनों पैरो को अपने कंधे पे रखा कमर के निचे एक तकिया लगाया. ज्योति की चूत पूरी तरह से गीली थी उसके चूत पे लंड रख तेज ने हल्का सा धक्का मारा तेज का लैंड गप से ज्योति की चूत में आघा उतर गया. ज्योति के मुह से हलकी चीख निकल गयी. उसने कहा की दर्द हो रहा है राज ने कहा की ज्यादा दर्द हो रहा है तो मैं लंड निकाल लूँ. ज्योति ने कहा की इस रात का इंतज़ार मैं कई रातो से कर रही थी इसलिए मेरी दर्द की परवाह मत करो और अपने पुरे नाग को बिल में उतार दो. ये कहना था की दुगुने जोश से राज ने हलके से लंड को चूत से बाहर निकाल और एक जोरदार धक्का लगाया और पूरा का पूरा लंड ज्योति की चूत में उतार दिया. ज्योति ने चीखते हुए कहा की मार डाला साले तुमने चूत फाड़ दी. लेकिन ज्योति की दर्द की परवाह किये बगैर राज धक्के लगाये जा रहा था और हर धक्के के साथ दर्द कम और मज़ा बढ़ने लगा था. अब ज्योति भी गांड उठा उठा के राज का साथ दे रही थी. ज्योति ने सिसकारी लेते हुए कहा की राज आज आपने जो मज़ा दिया इसका इंतज़ार मुझे बरसो से था. अरुण मुझे प्यार तो बहुत करते है पर चुदाई का असली आनंद तो मुझे आज ही मिला. और जोर से चोदो राज और जोर से.

करीब 10 मिनट तक जबरदस्त चुदाई के बाद राज ने ज्योति की चूत से लंड निकल और कहा की पलट के घोड़ी बन जा. ज्योति उठी और राज के लंड को दो बार चूसते हुए कहा की जियो राज के लौड़े मैं तो तेरी गुलाम हो गयी आज इस घोड़ी की पूरी सवारी करो. ज्योति पलट के घोड़ी बन गयी. राज ने थूक निकाल के थोड़ा सा उसकी चूत पे रगडा और थोरा सा उसकी गांड में लगा के एक ऊँगली गांड में पेल दी. ज्योति चुहुक के कहा ये क्या कर रहे हो गांड नहीं मारने दूंगी. राज ने कहा परेशान मत हो चूत ही मारूंगा पर थोड़ा गांड की गहराई नाप रहा था. एक ऊँगली राज ज्योति के चूत में पेलने लगा और दूसरी ऊँगली से गांड को. इसके बाद राज ने ज्योति की चूत में लंड दाल के पेलने लगा. फचफच की आवाज से पूरा कमरा गूंज रहा था. राज ने चूत मारते हुए कहा की आज रात भर तुम्हे कुत्तिया की तरह चोदुंगा तुम्हे अपनी रंडी बना लूंगा.

ज्योति ने कहा की मैं तो कब से आपकी रंडी बनना चाहती थी आपने ही इतने दिन लगा दिए और रात भर चुदने के लिए ही तो तुम्हे बुलाया है मेरी जान. करीब 15 मिनट तो राज ज्योति को चोदता रहा इस दौरान ज्योति दो बार झड गयी. अब बारी राज की थी राज ने लंड की स्पीड बढ़ा दी 10-12 धक्के के बाद राज ने लंड का पूरा पानी ज्योति की चुत में उड़ेल दिया. और ज्योति के उपर गिर गया.
10 मिनट तक दोनों ऐसे ही पड़े रहे फिर ज्योति ने राज के लंड को चूमा उसके सर पे किस की और लिप्स चूस के कहा की राज आपने मुझे रंडी बना के जन्नत की सैर करा दी. समय रात के 2 बज गए थे. राज ने कहा अभी तो पूरी रात बाकी है अभी तो 2-3 राउंड और चुदाई होगी. तुम थक तो नहीं गयी जानू.

ज्योति ने कहा की राज बस तुम अपने नाग को तैयार करो मेरी बिल तो लेने को तैयार ही है. ज्योति ने अपने पेंटी से चुत साफ़ किया और और पूछा की राज चाय पियोगे. तो राज ने कहा की आज की रात भी चाय ही पिलाओगी आज तो मैं दूध पिने आया हूँ.इतना कहते ही राज ज्योति के निप्पल पिने लगा. एक बार फिर राज का लंड फड़कने लगा ज्योति की चूत में जाने के लिए. दोनों चुदाई के लिए फिर तैयार हो गए. इसबार राज लेट गया और ज्योति राज के लंड पे बैठ के कूदने लगी और चुदने लगी करीब 30 मिनट की चुदाई के बाद एक बार फिर राज झाडा लेकिन इसबार अपने लंड का पानी ज्योति के मुह में छोड़ा जिसे ज्योति ने पी लिया. दो राउंड की चुदाई से दोनों थोडा थक गए थे पर चुदाई का नशा दोनों का उतरा नहीं था. ज्योति ने स्वीटी को उठा केसुसू कराया. और फिर से राज की बाँहों ने आगये.

दोनों बात करने लगे और एक दुसरे को सहलाना चूमना भी जारी था. चूस चूस कर ज्योति के होट लाल हो गए थे.

राज ने कहा की एक राउंड चाय हो जाये. ज्योति उठ कर कपडे पहनने लगी तो राज ने कहा की चाय तभी पिऊंगा जब तुम नंगी होकर बनाओगी. ज्योति ने कहा की पागल हो गए हो क्या कोई देख लेगा तो. राज ने कहा ही सुबह के 3:30 हो रहे है और इस वक़्त हम दोनों के आलावा दुनिया सो रही है. मुझे नहीं पता पर नंगी होकर चाय बनाओगी तभी पिऊंगा. दोनों मस्ती के मूड में तो थे थी. ज्योति ने नंगी ही चाय बनाई और नंगे ही सोफे पे बैठ कर चाय पीलिया. ज्योति ने चाय पिटे हुए कहा की नाग बाबा को नींद आ रही है लगता है. राज ने कहा की आज नाग बाबा सोने नहीं जगाने आया है. बस तुम तैयार हो जाओ देखो नाग बाबा फिर बिल में जाने को तैयार हो जायेगा.

फिर सोफे पे ही दोनों एक दुसरे से छेड़ छाड़ करने लगे और गर्म होने लगे. सोफे पे ही लिटा के राज ज्योति की चूत चाटने लगा. और ज्योति अपने हाथो से अपने मम्मे मसलने लगी. राज ने कहा की तेरी चूत तो बहुत टाइट है लगता ही नहीं की शादी के 9 साल हो गए हैकमाल का चूत है तेरा.

ज्योति ने कहा की अरुण से मैं रेगुलर नहीं चुदती महीने में एक या दो बार वैसे भी इस चूत को आपके लिए संभाल कर रखा था. अब ज्योति पूरी तरह से गर्म हो चुकी थी. सोफे पे ही ज्योति के दोनों टांगो को फैला कर राज उसकी चुत पेलने लगा. 10 मिनट तक चोदने के बाद ज्योति को घोड़ी बना कर उसकी चुत और गांड में ऊँगली करने लगा. अब राज ज्योति की गांड मरने का मन बना चूका था. राज ने लंड को चूत पे रगड़ने के साथ ही गांड की छेद पे भी रगड़ने लगा. ज्योति ने कहा नाग बाबा गलत बिल में क्यों जा रहे है. राज ने कहा की लगता है नाग बाबा को ये बिल पसंद आगया है. ज्योति ने कहा ना बाबा संभालो इसे क्योकि मैं इस को नहीं संभाल पाऊँगी गांड फट जाएगी. पर राज तो पुरे मुड में था उसने कहा मेरी जान मैं हूँ ना. ज्योति मना करती रही लकिन तबतक राज ने एक जोरदार झटका लगा कर अपने लंड का सुपारा ज्योति की गांड में उतार दिया था. ज्योति दर्द से करह उठी. छटपटाते हुते ज्योति गांड से लंड निकालने की मिन्नतें करने लगी पर राज ने पकड़ मजबूत कर लिय फिर एक और जोरदार धक्का लगाया. पूरा का पूरा लंड ज्योति की गांड में घुस गया. ज्योति कराह उठी वो चिल्लाने लगी उसकी गांड से खून निकलने लगा पर राज कहाँ मानने वाला था.

ज्योति की आँखों से आंसू निकल रहे थे और राज धीरे धीरे अपने लंड को ज्योति की गांड में अन्दर बाहर करने लगा. राज ने कहा कि असली रांड बनना है तो गांड मरवाना ही पड़ेगा और हर झटके के साथ ज्योति करह रही थी पर धीरे धीरे उसे भी अब गांड की चुदाई में मज़ा आने लगा था. करीब तीन मिनट बाद ज्योति की गांड का दर्द गायब हो गया और एक कुत्तिया की तरह वो राज से गांड मरवाने लगी. एक हाथ से राज ज्योति के मम्मे दबा रहा था और उसके होट चूस रहा था और तेजी से गांड भी मार रहा था. करीब 25 मिनट तक गांड मारने के बाद राज ने आपना सारा माल ज्योति की गांड में उधेल दिया. राज ने जब ज्योति की गांड से लंड निकल तो वो खून और तेज के माल से सना हुआ था. ज्योति ने गुस्सा दिखाते हुए कहा की आखिर तुमने मेरी गांड फाड़ ही दी. राज ने कहा की गांड तो फटनी ही थी. तेरी गांड मारना तो मेरा सपना था जो आज पूरा हुआ. वैसे एक बात बताओ की चूत चोद्वाने में ज्यादा मज़ा आया या गांड मरवाने में. मुस्कुराते हुए ज्योति ने कहा की चूत का मज़ा अलग है और गांड का मज़ा अलग. अब लगता है की गांड पहले क्यों नहीं मरवाई. गांड का उद्घाटन तुमसे जो करवानी थी. राज ने कहा की कोई बात नहीं अब हमेशा पहले तेरी गांड मरूँगा फिर चूत.

सुबह के 4:45 हो गए थे. रात का अँधेरा छटने लगा था. दोनों बुरी तरह थक गए थे. राज ने पूछा की अरुण कब आयेंगे. ज्योति ने हस्ते हुए कहा की क्यों अरुण के सामने चोदोगे. राज ने कहा की बस तुम तैयार होजाओ तो अरुण के सामने ही गांड मार दूंगा. दोनों हस पड़े. ज्योति ने कहा की अरुण दोपहर तक आएंगे. तो तेज ने कहा की चलो एक दो घंटे सो जाते है फिर स्वीटी स्कूल चले जाएगी तो तेरी गांड और चूत की एक साथ चुदाई करूँगा. गुनगुन को स्कूल भेज ज्योति फिर तेज के बिस्तर पे आगई. 12 बजे तक दोनों ने फिर से तीन राउंड की चुदाई की और इसबार चूत से ज्यादा गांड मरवाया ज्योति ने राज से. ज्योति की हालत ऐसी हो गयी थी की दर्द से वो चल नहीं पा रही थी. ज्योति ने छुट्टी ले ली थी. राज 12 बजे निकल गया थोरी देर में मैं आया तो देखा की ज्योति के होंट फुल के लाल हो गए थे. वो ठीक से चल नहीं पा रही थी. मैंने पूछा की क्या हुआ तो ज्योति ने कहा की बाथरूम में गिर गयी थी. उसके गर्दन पे दांत काटने के निशाँ थे. दोपहर में ज्योति गहरी नींद में सोगयी तो मैंने उसके टीशर्ट उठा के देखा तो उसके चुचे उसके पेट और पीठ लाल थे जगह जगह दांत के निशाँ थे. राज जा चूका था पर उसके प्यार के निशान ज्योति के पुरे बदन पे साफ़ दिख रहा था. जो कल रात के चुदाई की कहानी चीख चीख कर कह रही थी ज्योति सो रही थी पर उसके चेहरे पे एक संतुष्टी साफ़ दिख रही थी और ये अपने प्यार से रात भर चुदाई की संतुष्टि थी. अपने यार से पहली बार गांड मरवाने की संतुष्टि थी. राज ने ज्योति के गांड का उद्घाटन कर रास्ता खोल दिया फिर चुत की तरह ज्योति की बासी गांड भी मुझे उतरन में मिला. दोस्तों कैसी लगी ये कहानी.